
चमोली- 19 जून 2825
रिपोर्ट- ललिता प्रसाद लखेड़ा.
महिला बेस अस्पताल सिमली (कर्णप्रयाग) में महिला चिकित्सकों की तैनाती सहित अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाऐं जाने की मांग को लेकर सिमली बेस अस्पताल संघर्ष समिति ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में जिलाधिकारी से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। जिस पर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अपने कार्यालय में बुलाकर बेस चिकित्सालय में जरूरी संसाधन जुटाने के निर्देश दिये और सीएमओ को स्वयं सप्ताह में दो बार अस्पताल का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये।
संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि दूरदराज की महिलाओं को बेहतर सुविधाऐं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से स्थापित सिमली महिला बेस अस्पताल का लाभ नही मिल पा रहा है। जबकि यहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। व महिलाओं को अस्पताल तक सीधे सड़क मार्ग, स्ट्रेचर व व्हीलचेयर से वार्डों तक ले जाने की सुविधा उपलब्ध है। प्रसूति एवं आपातकालीन सेवाओं को देखते हुए यहां पर निर्मित भवन की संरचना की गई है।
शिष्टमंडल ने सिमली महिला बेस अस्पताल को पूर्ण रूप से क्रियाशील बनाते हुए उसमें जनरेटर, पैथोलॉजी लैब, ऑपरेशन थियेटर, इमरजेंसी एम्बुलेंस आदि सुविधाएं उपलब्ध करवाने, स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती किए जाने की मांग करते हुऐ डीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा।
महिला बेस चिकित्सालय की समस्याओं को देखते हुऐ डीएम संदीप तिवारी ने गंभीर रुख अपनाते हुए सीएमओ अभिषेक गुप्ता को अपने कार्यालय में तलब करते हुऐ चिकित्सालय के संबंध में वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुऐ सीएमओ को तत्काल इस चिकित्सालय में दो – तीन महिला चिकित्सकों की तैनाती किये जाने,अस्पताल के मुख्य गेट पर बेस चिकित्सालय का बड़ा साइन बोर्ड लगाने, चिकित्सालय परिसर में उगी झाड़ियों को काटने सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को मुहैया करवाने के साथ ही कहा कि सीएमओ स्वयं सप्ताह में दो बार इस चिकित्सालय का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी कार्यालय में ही शिष्टमंडल के साथ आई महिलाओं एवं सीएमओ की बीच तीखी बहस भी हुई जिस पर डीएम ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया.शिष्टमंडल में सिमली बेस अस्पताल संघर्ष समिति के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह नेगी, चंद्रकला देवी, मंजू देवी, सरोजिनी देवी, कविता देवी, लक्ष्मी देवी, सोनम देवी, विनिता देवी, उर्मिला देवी, चांदनी देवी, रीना देवी, राजेश्वरी देवी सहित 60 से अधिक महिलाऐं शामिल थी।