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गोपेश्वर _ पाड़ुली स्थित तीन मकान आपदा की जद में, पीड़ित परिवार ने लगाई मदद की गुहार

गोपेश्वर (चमोली), 25 जून 2025
रिपोर्ट संदीप कुमार

खबर चमोली जिले की है जहां लगातार हो रही बारिश के चलते गोपेश्वर मुख्यालय स्थित पाड़ुली गांव निवासी तीन लोगों के मकान आपदा की जद में आ गए हैं। लगातार हरी बारिश के चलते उनके आंगन का पुश्ता पूरी तरह से ढह गया है। जिसकी वजह से उनके आशियाना को खतरा पैदा हो गया है। वे लोग दहशत में रहकर रात गुजारने को मजबूर है, उन्हें डर है न जाने कब उनका आशियान आपदा की भेंट चढ़ जाए।

रघुवीर सिंह की पत्नी लक्ष्मी बिष्ट बताती है कि उनके पति पैरालाइज है ।बेटे की भी मृत्यु हो चुकी है ।बहू और दो नाती के साथ इस मकान पर रहती है। लगातार हो रही बारिश के चलते उनके आंगन का पुश्ता ढह गया ।जिसकी वजह से उनकी मेहनत से बनाया गया आशियाना खतरे में जद में आ गया है ।वे लोग रात को दहशत में रहकर गुजार रहे हैं। हालांकि प्रशासन के द्वारा उन्हें मदद तो की गई लेकिन अपने आशियाना के खतरे को लेकर दर उनके चेहरे पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। रो रो के उनकी बुरे हाल है। बहु नाती और पति की चिंता उन्हें सता रही है।

वही शकुंतला बिष्ट भी बताती है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपने आशियाना को तैयार किया था लेकिन लगातार हो रही बारिश से चलते अब उनके घर को भी खतरा पैदा हो गया है ।बीते रोज हुई बारिश के कारण मकान सामने का पुश्ता भी ढहने के कगार पर है । बड़ी मुश्किल से मेहनत करके यह सपनों का आशियाना उन्होंने बनाया था। लेकिन आज वे लोग दहशत में रहकर रात गुजर रहे हैं। अपने सपनों के आशियाने के उजड़ने के ख्याल से ही शकुंतला बिष्ट सीहर उठी और रोते हुए बोली प्रशासन से गुहार लगाई कि किसी तरह से उनके सपनों को आशियाना को बचा लिया जाए ताकि वह अपने बच्चों के साथ अपना जीवन गुजार बसर कर सके।

 

वही राकेश बिष्ट जिनके मकान भी आपदा की जड़ में आ गया है। वे लोग भी दहशत में रहकर रात गुजर रहे हैं। हालांकि प्रशासन के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें मिलन केंद्र में रहना पड़ रहा है ।लेकिन अपने आशियाने से दूर रहकर वे लोग भी काफी परेशान हैं लगातार हो रही बारिश के चलते डर उनके चेहरे पर साफ तौर पर देखा जा सकता है।

हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा मौके पर पहुंचकर उन्हें राहत सामग्री तो दे दी लेकिन कहीं ना कहीं अपने सपनों का आशियाना का उजाड़ने का डर पीड़ित परिवारों के चेहरों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। पीड़ित परिवार प्रशासन की तरफ टकटकी लगाए देख रहे हैं कि जल्द ही प्रशासन कोई पहल कर उनके सपने के आशियाना को बचा जा सके । हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा हर संभव मदद पीड़ित परिवारों की की जा रही है। बीते रोज प्रशासन द्वारा, तिरपाल, फूड पैकेट और कुछ धनराशि चेक के माध्यम से मदद के रूप में दी गई। तो वहीं आज भी प्रशासन के द्वारा पीड़ित परिवारों को टेंट / तिरपाल मुहैया करवाए गए। जिसके लिए पीड़ित परिवारों ने प्रशासन का आभार जताया।

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